अर्थ : लोक का अभाव।
उदाहरण :
अलोक में सब कुछ उस अदृश्य में समा जाता है।
अर्थ : वह स्थान जहाँ कोई न हो।
उदाहरण :
कुछ लोग निर्जन स्थान में निवास करना पसंद करते हैं।
शाम के समय अकेले में मत जाओ।
पर्यायवाची : अकेला, इकेला, उजाड़, उजार, एकांत, एकांत स्थल, एकांत स्थान, कांड, काण्ड, गोशा, धंधारी, निर्जन, निर्जन स्थान, बयाबान, बियाबान, बियावान, लोकशून्य, वीरान जगह, वीराना, शून्य, सुनसान जगह, सूना
अर्थ : जैन शास्त्रों के अनुसार वह स्थान जहाँ आकाश के सिवा और कुछ नहीं होता है।
उदाहरण :
अलोक में मोक्षगामी के सिवा और किसी की गति नहीं होती है।
अर्थ : जिसका ज्ञान नेत्रों से न हो सके या दिखाई न देने वाला।
उदाहरण :
ईश्वर की अदृश्य शक्ति प्रत्येक स्थान पर विद्यमान है।
पर्यायवाची : अंतर्हित, अडीठ, अदर्श, अदिष्ट, अदृश्य, अदृश्यमान, अदृष्टिगोचर, अनडीठ, अनदेखा, अन्तर्हित, अपेख, अलक्षित, अलक्ष्य, अलख, अलखित, अलच्छ, अलेख, अलेखा, अस्तमित, तिरोहित, लोचनातीत, विलीन
अर्थ : जहाँ कोई व्यक्ति न रहता हो या व्यक्तियों की संख्या बहुत ही कम हो।
उदाहरण :
महात्माजी निर्जन स्थान में रहना पसंद करते हैं।
पर्यायवाची : अजन, अमानुषिक, अमानुषी, अमानुषीय, इकंत, इकांत, इकान्त, इकौंसा, इकौसा, एकांत, एकान्त, ग़ैरआबाद, गैरआबाद, जनशून्य, निभृत, निर्जन, बयाबान, बियाबान, बियावान, बीझा, विजन, वीरान, सुनसान, सूना